ब्लड शुगर टेस्ट जिसे कि ब्लड ग्लूकोस टेस्ट भी कहते हैं इसे हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को नापने के लिए किया जाता है।
शुगर क्यों बढ़ती है?
लेकिन आखिरकार शरीर में शुगर है क्या और यह क्यों बढ़ जाती है? और इसमें भी शुगर लेवल बढ़ने लक्षण है।
जब भोजन के माध्यम से शुगर या ग्लूकोस हमारे रक्त में पहुंच जाता है तो रक्त उसे शरीर के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाने में मदद करता है।
जब रक्त में ग्लूकोस का लेवल बढ़ने लगता है तब इंसुलिन ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में बदल देता है। जिससे ग्लूकोस नियंत्रित रहता है।
लेकिन कई बार insuline बहुत कम बन पाता है इस कारण शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती हैं और इसी स्थिति को हम डायबिटीज या मधुमेह कहते हैं।
शुगर जांच कैसे होता है?
शुगर टेस्ट करने के लिए कई तरीके हैं लेकिन हम अभी डिजिटल ग्लूकोमीटर की मदद से शुगर टेस्ट करेंगे।
शुगर टेस्ट किट
इसके लिए हमें इन सभी चीजों की जरूरत पड़ेगी जैसे डिजिटल ग्लूकोमीटर
शुगर स्ट्रीम जोकि ग्लूकोमीटर में लगेगी
नीडल
कॉटन
एंटीसेप्टिक
इसमें एक सुई चुभने से ज्यादा कोई दर्द नहीं होता
शुगर टेस्ट मशीन
ब्लड शुगर टेस्ट करने के लिए ग्लूकामीटर का इस्तेमाल किया जाता है?
शुगर टेस्ट करने का तरीका
सबसे पहले शुगर स्ट्रिपर को इस तरफ से ग्लूकोमीटर में लगाते हैं,
लेकिन याद रखें शुगर स्ट्रिप को यहां से नहीं पकड़े इसको पकड़ते समय हमेशा बीच में से पकड़े ताकि जिस तरफ से ब्लड स्ट्रिप के अंदर आ जाएगा वह प्रेशर की वजह से बंद ना हो जाए।
जैसे ही शुगर स्ट्रिप को ग्लूकोमीटर में लगाएंगे यह तुरंत शुरू हो जाएगा।
कोटन पर एंटीसेप्टिक लगाकर मरीज की अंगुली को साफ करते है
फिर नीडल लेकर कुछ इस तरह से चुभोया जाता है, इसमें कोई दर्द नहीं होगा, अब उस अंगुली को दबाते हैं ताकि थोड़ा रक्त बाहर आ जाए।
जैसे ही ब्लड बाहर आए ग्लूकोमीटर को लेकर स्ट्रिप को ब्लड के पास ले जाए जैसे ही वह ब्लड से टच होगा वह अपने आप ही स्ट्रिप के अंदर चला जाएगा।
फिर स्ट्रिप को वहां से हटा लें और अंगुली पर कोटन लगा दें
जैसे ही ब्लड अंदर चले जाएगा ग्लूकोमीटर में उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। फिर वह ब्लड में शुगर लेवल बता देगा। जिससे कि रैंडम ब्लड शुगर भी कहते हैं। इसे लिखने की इकाई mg/dl है।