वर्तमान समय में जोड़ों के दर्द की समस्या बढ़ती जा रही चाहे आप किसे भी देखे जवान या वृद्ध पहले के समय में यह समस्या वृद्ध जानो में ही होती थी पर आज कल यह सभी में होने लगी है चाहे वह कितना भी हास्टपूस्ट हो इन सभी का कारण लोगो का खान पान और अनिमित रूप से विटमिन डी का नहीं मिलना !
विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की रोशनी है जिस से आप के शरीर की हड़िया मजबूत होती है जिस से जोड़ो का दर्द नहीं होता है और इस विटमिन की कमी से Rickets (रिकेट्स)और osteomalacia (ओस्टोमलाकिआ) रोग हो जाते है
विटमिन डी प्राप्त करने के लिए ये प्रमुख श्रोत है – लाइकेन, अंडे, यकृत, कुछ मछलियों की प्रजातियाँ जैसे सार्डिन, कुछ मशरूम प्रजातियाँ जैसे शिटेक है आप इन सभी से विटमिन डी अच्छी तरह से प्राप्त कर सकते है
सर्दियों में जोड़ों में दर्द की समस्या लोगों को परेशान करनी लगती है. जिन लोगों की उम्र 40 से ऊपर होती है उनमें ये समस्या अधिक पाई जाती है. इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए. महिलाओं में यह समस्या सबसे अधिक पाई जाती है.
इस समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि खानपान सही हो. भोजन में विटामिन डी का ध्यान रखने की जरूरत है. विटामिन डी का सबसे अच्छा श्रोत दूध है, जो आसानी से उपलब्ध हो जाता है. प्रतिदिन दूध का सेवन करना चाहिए. इससे शरीर में विटामिन डी की कमी दूर होती है और शरीर को सही रखने के जरूरी तत्वों की भी पूर्ति होती है. इसके साथ ही सर्दियों में धूप में कुछ देर जरूर बैठना चाहिए. सूरज की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा श्रोत है. अगर ऐसी सुविधा है तो इससे बेहतर कुछ भी नहीं होता है.
वहीं एक ही मुद्रा में अधिक देर तक नहीं बैठना चाहिए. इससे भी जोड़ो की समस्या पैदा होती है. दर्द शुरू हो जाता है. बेहतर है कि थोड़ी-थोड़ी देर में टहलते रहे. इससे नसों में रक्त का संचार भी ठीक बना रहेगा. मछली, दूध, पनीर, अंडे इन सब में विटामिन डी पाया जाता है.