मानव नाक कैसे काम करती है और कैसे सूंघती है? जानें नाक की संरचना और कार्यप्रणाली के बारे में

नाक एक sensory organs है जो हमें सुघंने क्षमता देता है साथ ही यह हमारे की सलला देता है मोजूद कणों और बेक्टेरिया को छानकर हमारे फैफडो तक पहुंचाता है अब आइए देखे और समझे  कि हमारा  नाक कैसे काम करता है इससे पहले हम इसकी structure को देखते है

nose function, human nose working in hindi, nak kaise kam karti hai, nak ki karyprnali, hmari nak kaise kam karti hai

Structure of Nose नाक की संरचना

नाक हमारे चेहरे के रंग रूप को आकार हेती है, जो कि चार हड्‌डीयो से  मिलकर बनी होती है।

अंदर से हमारी नाक खोखली रहती है, जिसे Nasal Cavity कहते है।

जो हमारी Nasal cavity होती है, उसके उपरी सतह पर olfactory nerve के कुछ fibres यहा नीकलते है।

यह दो भागों में बटा हुआ होता है, जो इसे बांटता है उसे Nasal Septum कहते है।

जब आप नाक को छुकर महसूस करोगे तो आपको थोडा मुलायम सा महसूस होगा क्योंकि Nasal bone के नीचे का हिस्सा Cartilage से बना होता है।

इसके साथ ही इसके पास काफी सारी खाली जगह होती है, जिसे Sinus कहते है।

Nose Working Animation | नाक कैसे सुघंता है और नाक कैसे काम करता है? 3d animation

Sinus क्या है?

जो नाक आसपास की हड्डियों में कुछ खाली जगह हैं होती है जिन्हें साइनस कहते हैं। इसमें हवा और म्यूकस होता है। साइनस में मौजूद म्यूकस से नाक के रास्ते से बाहर निकलता है।

 

यह भोडा चिपचिपा पदार्थ होता है जो हमारी बाक में मौजूद होता है, अगर कोई बाहर से कचरा या धुल के कण नाक में आते है तो नाक में मौजूद छोटे-छोट Hairs उन्हें रोकते है और  हवा में मौजूद गंदगी को छानते है। अगर फिर भी कुछ गंदगी या कण बचकर आगे आ जाते है तो वे, नाक में योजूद mucus में चिपक जाते है।

अगर कोई बड़ा घुल का का होता है उसे नाक छीक से निकाल देता है।

 

इनके आलावा भी नाक के ओर भी काम होते है चलो इन्हें भी समझते है।

 

हमारे वातावरण में मौजूद हवा नाक के रास्ते में छनकर हमारे फैकड़ो तक जाती है, और फेफडो के बारे में हमने पहले ही सीख रखी है।

 

नाक कैसे सूंघता है?

अब हम समझेंगे की हमारा नाक कैसे सूंघता है देखो जिस भी वक्तु वस्तु में से कोई खुशबु आती है था जिसे हम सूंघते हैं, उसमें से कुछ odorants निकलते है (ये वहीं molecules होते है जिसकी वजह से हम सूंघ पाते है।)

जब ये molecule उस चीज से निकलकर हवा के माध्यम से हमारे नाक में आ जाते है ओर Nasal Cavity की छत पर पहुंच जाते है तो वहा पर कुछ sensory fibres present तो ये Odorant molecules उनसे टकराते है तो इसका Sensation olfactory nerve होते हुए हमारे दिमाग के temporal Lobe में पहुंच जाता है, जिससे इसका मतलब दिमाग समझता है ओर फिर हम समझ पाते है की खुशबु किसकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *