अश्वगंधा एक ताकतवर आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो हमें हमारे आयुर्वेद से मिली है इसका इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है वास्तव में अश्वगंधा एक झाडीदार पौधा होता है जिससे हैं औषधि प्राप्त की जाती है और यह रोगों में संजीवनी बूटी की तरह कार्य करता है अश्वगंधा के बहुत से फायदे होते हैं पर इसके गलत इस्तेमाल से नुकसान भी हो सकते हैं अश्वगंधा का चूर्ण दवा या कैप्सूल के रूप में हमें बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है हमारी basicofscience.in में आने का आपका बहुत धन्यवाद और हमारी यह आयुर्वेद और अश्वगंधा से जुड़ी हुई पोस्ट आपको अच्छी लगे तो आप इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें अब हम बात करते हैं की
अश्वगंधा क्या है :-
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग आयुर्वेद में सदियों से रोगों के इलाज में होता आ रहा है आयुर्वेद में इसे एक महत्वपूर्ण औषधि का दर्जा दिया गया है और अथर्ववेद में अश्वगंधा के उपयोग के बारे में भी वह उसकी उपस्थिति के बारे में भी बताया गया है भारत पारंपरिक औषधि प्रणाली में अश्वगंधा एक चमत्कारी एवं तनाव विरोधी जड़ी-बूटी के रूप में जाना जाता है इसको तनाव संबंधित रोगों में इस्तेमाल किया जाता है
अश्वगंधा का नाम अश्व यानी घोड़े और गंध से लिया गया है क्योंकि अश्वगंधा जड़ और पत्तों से घोड़े के मूत्र एवं पसीने जैसी दुर्गंध आने के कारण इसका नाम अश्वगंधा रखा गया है आयुर्वेदिक शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि अश्वगंधा के सेवन से अश्व (घोड़े) जैसी ताकत और यौन शक्ति मिलती है
अश्वगंधा की तासीर :-
अश्वगंधा की तासीर गर्म होती है यह हमारे शरीर में गर्मी उत्पन्न करता है
अश्वगंधा के सेवन से होने वाले फायदे :-
फायदे
- प्रतिरक्षा प्रणाली में
- मधुमेह के लिए
- कामोद्दीपक गुण
- थायराइड के लिए
- चयापचय में लाभ
- मांसपेशियों की शक्ति में सुधार लाने के लिए
- मोतियाबिंद से लड़ने में
- त्वचा की समस्या के लिए
- बालों के लिए
- हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदे
- कैंसर के लिए
- अवसाद में असर
- तनाव विरोधी गुण
- संधिवात के लिए
- बैक्टीरिया के संक्रमण में लाभ
- घाव भरने में उपयोगी
- अश्वगंधा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों में बहुत असरकारी माना गया है कई रिसर्च और अध्ययन में बताया गया है कि अश्वगंधा कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है और कैंसर की नई सेल्स को नहीं बनने देता है और शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का निर्माण करता है
- अश्वगंधा तनाव जैसी बीमारियों में संजीवनी बूटी की तरह है कार्य करता है अश्वगंधा का अधिक उपयोग चिकित्सक मानसिक एवं तनाव से ग्रसित रोगियों को देते हैं क्योंकि इसके सेवन से नींद अच्छी आती है जिसके कारण से मानसिक संतुलन ठीक करने में यह बहुत असरकारी है
- अश्वगंधा का इस्तेमाल आंखों की रोशनी को बढ़ाने मैं भी किया जाता है
- अश्वगंधा के इस्तेमाल से आपके शरीर का इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत होता है यह आपको सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से लड़ने में शक्ति प्रदान करता है और अश्वगंधा वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक है
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अश्वगंधा से होने वाले नुकसान-
- अश्वगंधा का अधिक इस्तेमाल पेट के लिए हानिकारक हो सकता है. इसको लेने से डायरिया की समस्या हो सकती है. इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले आप डॉक्टर की सलाह लें उसके बाद ही इसका सेवन करें.
- अश्वगंधा का इस्तेमाल नींद के लिए अच्छा है. लेकिन इसका बहुत दिनों तक इस्तेमाल आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है.
- बल्ड प्रेशर से ग्रस्त लोगों को अश्वगंधा डॉक्टर के परामर्श से ही लेना चाहिए. जिनका बीपी लो होता है उन्हे अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए.
- अश्वगंधा का ज्यादा प्रयोग आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है. अश्वगंधा के ज्यादा इस्तेमाल से आपको बुखार, थकान, दर्द की शिकायत भी हो सकती है.
- अश्वगंधा का सही डोज़ न लेने से आपको उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
डिस्क्लेमर – यह पोस्ट आपके नॉलेज के लिए ही थीं यदि आपको अश्वगंधा का सेवन करना है तो आप किसी डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें और इसके गलत सेवन से आपके शरीर पर बहुत हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है ।