यहां पृथ्वी पर सभी सजीव वस्तुएं कोशिकाओं से बनती है। यह जीवन के आधारभूत इकाई है। केवल इनमें कोशिकाओं की संख्या का ही अंतर होता है।
आप पृथ्वी पर अनेक प्रकार के सजीव प्राणियों को देख सकते हो उनमें से कुछ तो इतने छोटे होते हैं कि उन्हें हम अपनी नग्न आंखों से देख नहीं सकते हैं। केवल हम उन्हें एक यंत्र से देख सकते हैं जिसे सूक्ष्मदर्शी यंत्र कहते हैं।
1. एककोशिय जीव
ऐसे जीव जिनमें एक ही कोशिका होती है, उन्हें एक कोशिय जीव कहते हैं।
एक कोशिका जीव के उदाहरण –
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अमीबा को सूक्ष्मदर्शी यंत्र से देखते हैं तो पता चलता है कि इसमें एक ही कोशिका होती है।
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पैरामीशियम में भी केवल एक ही कोशिका होती है।
आइए जानते हैं ऐसे जीवों के बारे में जिनमें एक से अधिक यह लाखों-करोड़ों कोशिकाएं होती हैं।
2. बहुकोशिय जीव
ऐसे जीव जिनमें एक से अधिक या फिर लाखों-करोड़ों कोशिकाएं होती है, उन्हें बहुकोशिय जीव कहते हैं।
बहुकोशिका जीव के उदाहरण –
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मनुष्य भी बहू कोशिय जीव है।
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पौधे और जानवर बहुकोशिय होते हैं।
बहुकोशिय जीव कैसे बनते हैं?
यह सत्य कितना आश्चर्यजनक है कि यह सभी बहुकोशिय जीव एक ही कोशिका से बनना शुरू होते हैं जो एक निषेचित अंडा है। यह एक निषेचित अंडा कोशिका दो पुत्री कोशिकाओं में विभाजित होती है। पुत्री कोशिकाएं अन्य कोशिकाएं बनाने के लिए फिर से विभाजित होती है, तो यह विकास लगातार होते रहते हैं। जिनमें कोशिकाओं की संख्या लगातार बढ़ती रहती है।
पृथ्वी पर ऐसे जीव भी है जिनमें एक कोशिका है और ऐसे जीव भी है जिनमें लाखों-करोड़ों कोशिकाएं हैं।
क्या बहु कोशिय जीव एक कोशिका वाले जीव से श्रेष्ठ होते हैं?
एक कोशिय जीव सभी आवश्यक क्रियाएं कर सकते हैं जो बहुकोशिकीय जीव कर सकते हैं।
एक कोशिकीय जीव कि क्रियाएं
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अमीबा भी भोजन को ग्रहण कर पचा सकती है।
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यह श्वास ले सकते हैं।
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उत्सर्जन की क्रिया कर सकते हैं।
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वृद्धि कर सकते हैं।
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प्रजन्न भी कर सकते हैं।
यें सभी कार्य है जो हम और सभी बहुकोशिय जीव कर सकते हैं।
बहुकोशिकीय जीव कैसे कार्य करते हैं?
हमारे द्वारा यह क्रिया विशेष समूह द्वारा किए जाते हैं।
कोशिकाएं मिलकर उत्तक बनाती है, फिर उत्तक मिलकर अंग बनाते हैं और बदले में पूरा शरीर बनाते हैं।