नर जनन तंत्र का सचित्र वर्णन
मनुष्यों में नर व मादा जनन तंत्र विशिष्ट होते हैं और अति विशेषीकृत अंगों से मिलकर बने होते हैं।
आइए नर जनतंत्र के बारे में और जानें।
नर जनन तंत्र (Male Reproductive System)
नर जनन तंत्र दो वृषणों यानी टेस्टिस (Testis) से मिलकर बना होता है, जो शरीर के बाहर स्थित वृषण कोष (Scrotum) कहलाने वाली थैली जैसी संरचना में स्थित होते हैं।
वृषण असंखीय शुक्राणु उत्पन्न करते हैं जो नर युग्मक होते हैं।
शुक्राणु या स्पर्म (Sperm) सामान्य कोशिका घटकों वाली एक एकल कोशिका है।
यह है सिर, मध्य भाग एवं पुच्छ में बटा हुआ होता है।
दो शुक्र नलिकाएं होती है, जो शुक्र वाहिका (Vas Deference) कहलाती है।
शुक्राणु टेस्टिस से निकलकर शुक्र नलिका से होते हुए मूत्र मार्ग (Urethra) में पहुंचते हैं।
नर जनन तंत्र की ग्रंथियां
शुक्राशय (Seminal vesicle) और प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland) अपने स्राव को शुक्र नलिका में डाल देते हैं, जो शुक्राणु के साथ मिलकर एक तरल बनाते हैं।
शिश्न (Penis) मूत्र मार्ग द्वारा शुक्राणुओं को मादा जनन मादा जनन वर्ग में छोड़ देता है।