क्रिया और प्रतिक्रिया
क्या तुमने कभी तोपों के बारे में सुना है। क्या तुमने कभी किसी तोप को चलते हुए देखा है। गोला दागते ही तोप एकदम से पीछे की ओर जाती है तोप के अंदर एक छोटा सा विस्फोट या धमाका होता है।
और इस धमाके से पैदा हुआ बल गोले को आगे की ओर दागता है। ठीक उसी समय इस बल्कि प्रतिक्रिया में उलटी दिशा में एक और बल पैदा होता है और यही बल तो को पीछे की ओर धकेलता है।
इसे और अच्छी तरह से समझने के लिए चलो हम एक नाविक का उदहारण लेते हैं वो अपने चप्पू का इस्तेमाल करके पानी को पीछे की ओर धक्का देता है।
और पानी प्रतिक्रिया के रूप में आगे की दिशा में एक बल पैदा करता है और यही बल उसकी नाव को आगे ले जाने में मदद करता है।
तैराक या तैरने वाले लोग भी ठीक यही करते हैं। जौ नाविक ने किया वो अपने हाथों से पानी को पीछे की ओर धक्का देते हैं और प्रतिक्रिया में पानी द्वारा पैदा किया गया बल उन्हें आगे की ओर बढ़ने में मदद करता है।
हम भी बिल्कुल ठीक यही करते हैं जब हम चलते हैं हमारे पैर जमीन को निचे की ओर धक्का देते हैं और ज़मीन के प्रतिक्रिया हमें आगे की ओर बढ़ने में सहायता करती है।
पर अगर जमीन गीली है तो हमारे पैर उस पर मजबूत पकड़ नहीं बना पाते और इसीलिए हम उसे सीधी तरह से नीचे की ओर धक्का भी नहीं दे पाते और जाहिर सी बात है।
फिर धरती की प्रतिक्रिया में भी बल नहीं पैदा होता और इसी वजह से गीली जमीन पर हम चल नहीं पाते हैं और अगर कभी हम बल लगाने की कोशिश भी करते हैं तो नतीजा ये होता है कि हम फिसल के धड़ाम से नीचे गिरते हैं।
अब जरा कुर्सी पर बैठे आदमी का उदहारण लेते है ये अपने पैरों से दीवार को धक्का दे रहा हैं।
वो दीवार पर बल लगा रहा है और कुर्सी धीरे-धीरे पीछे हो रही है।
पर अपनी जगह से हिल बिलकुल नहीं रही है लेकिन हमने पढा था कि न्यूटन का नियम कहता है कि अगर आदमी दीवार को धक्का दे रहा है तो दीवार भी आदमी धक्का देगे।
अब ये सही है या नहीं ये कैसे पता किया जाए। चलो इस आदमी को एक पहियों वाली कुर्सी में बिठा देते हैं। अरे अब तो ये आराम से पीछे की ओर चला गया।
पर ये बताओ कि जब वो बिना पहियों वाली कुर्सी में बैठा था तब वो पीछे क्यों नहीं गया। वो इसलिए क्योंकि कुर्सी जमीन को पीछे की ओर धक्का तो दे रही थी लेकिन जमीन का घर्षण उसे रोक रहा था और इसीलिए कुर्सी अपनी जगह से हिल नहीं पा रही थी।
जैसे ही हमने कुर्सी में पहिये लगा दिए घर्षण का यह बल बहुत ज्यादा कम हो गया और कुर्सी आराम से अपनी जगह से हिल गई।
इन सभी उदाहरणों में तुमने देखा कि हर क्रिया की एक प्रतिक्रिया होती है पर किसी भी क्रिया की ये प्रतिक्रिया आखिर होती कितनी है प्रतिक्रियाएं, क्रिया के बिल्कुल बराबर होती है।
न्यूटन का तीसरा नियम
न्यूटन का गति का तीसरा नियम कहता है कि हर क्रिया के लिए एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
एक और उदाहरण लेते हैं तुम सबने दीवाली के रॉकेट देखे हैं जब रॉकेट के अंदर का रसायन जलता है तो वो नीचे की दिशा में बल लगाता है और इस नीचे की ओर लगने वाले बल की प्रतिक्रिया ऊपर की ओर के एक बल के रूप में लगती है और इसी ऊपरी बल के कारण रॉकेट ऊपर चला जाता है।
अंतरिक्ष में बड़े बड़े रॉकेटों को भेजने के पीछे भी यही विज्ञान काम में लाया जाता है। बहुत सारी ईंधन को जला कर बहुत बड़ी मात्रा में बल पैदा किया जाता है जो नीचे की ओर लगता है।
और इस नीचे की ओर वाले बल्कि प्रतिक्रिया के रूप में ऊपर की ओर एक बल पैदा होता है और इसीलिए भारी-भारी रॉकेट पहले धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठते हैं और जैसे जैसे ईंधन लगातार जलता रहता है ज्यादा और ज्यादा बल पैदा होता है।
और इसकी और ज्यादा प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है जो रॉकेट को ऊपर और ऊपर लेती जाती है।
हर क्रिया की एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।