आइए घास खाने वाले जंतुओं में पाचन तंत्र को पढ़े-
अनेक जंतुओं के विपरीत रूमीनाइटइस घास का पाचन कर सकते हैं। इसे शक्षम बनाने के लिए उसका पाचन तंत्र रुपांतरित है।
आइए देखें कैसे-
रोमनधन प्रक्रिया
रूमीनेनट अपना भोजन निगंल लेते हैं और इसे अपने आमाशय में जमा करते हैं। उनके इस भाग को रूमेन कहते हैं।
रूमेन में भोजन आंशिक रूप से पचाता है। आंशिक रूप से पचा हुआ भोजन जुगाल कहलाता है।
जुगाली करना किसे कहते हैं?
जो छोटे-छोटे पिंडको के रूप में वापस मुंह में आ जाता है और वह जंतु के द्वारा दोबारा चबाया जाता है। इस प्रक्रिया को जुगाली कहते है।
यह पूरी प्रक्रिया रोमनधन प्रक्रिया कहलाती है।
और वे जीव जो रोमनधन प्रक्रिया करते हैं उन्हें रोमंथी जीव या रूमिनेंट कहते हैं।
जुगाली करने के बाद भोजन को ओमेंशन में पहुंचाया जाता है जहां भोजन से जल को अवशोषित कर लिया जाता है।
इसके बाद यह छोटी और बड़ी आंत में पहुंच जाता है, जहां से बचे हुए पोषक तत्व अवशोषित कर लिए जाते हैं फिर इसे मलद्वार द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।
NOTE:- रूमिनेंटस Cellulose का पाचन कर सकते हैं परंतु मानव पाचन तंत्र इसका पाचन नहीं कर सकता है।